मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
जब कोई नही आता मेरे श्याम आते है ...!!
मेरी नईया चलती है पतबार नही होती ...!!
किसी और की अब मुझको दरकार नही होती ...!!
मै डरता नही रस्ते सुनसान आते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
कोई याद करे इनको ये उसका हो जाए ...!!
कोई प्रेम करे इनसे दुःख हल्का हो जाए ...!!
ये बिन बोले दुःख को पहचान जाते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
ये इतने बड़े हो कर दीनो से प्यार करे ...!!
बनबारी छोटे बड़े सबको स्बीकार करे ...!!
ये भक्तो का कहना तो मान जाते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
जब कोई नही आता मेरे श्याम आते है ...!!
जब कोई नही आता मेरे श्याम आते है ...!!
मेरी नईया चलती है पतबार नही होती ...!!
किसी और की अब मुझको दरकार नही होती ...!!
मै डरता नही रस्ते सुनसान आते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
कोई याद करे इनको ये उसका हो जाए ...!!
कोई प्रेम करे इनसे दुःख हल्का हो जाए ...!!
ये बिन बोले दुःख को पहचान जाते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
ये इतने बड़े हो कर दीनो से प्यार करे ...!!
बनबारी छोटे बड़े सबको स्बीकार करे ...!!
ये भक्तो का कहना तो मान जाते है ...!!
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...!!
जब कोई नही आता मेरे श्याम आते है ...!!
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