सुनो दिलको लगा प्यारे ,अरज तुमसे ये करती हूँ !!
नजर भर देखलो मुझको , शरण तेरी मैं आई हूँ !!
कर्म सब नीच है मेरे , तुम्हारा नाम है पावन !!
तार संसार सागर से , गहन जल में डुबाई हूँ !!
छुड़ा कर जन्म बंधन से , चरण में राखले अपने !!
सहारा दे मुझे अपना , करो नही नाथ अब देरी !!
नहीं है भोग की वांछा , न दिल मै मोक्ष पाने की !!
प्यास दर्शन की है मन मै , सफल कर आश को मेरी !!
शरण में आ पड़ी तेरी , प्रभु मुझको भूलाना ना !!
तेरे है नाम दुनिया में , पतित पावन सब भक्त जाने है !!
देख कर दोस को मेरे , नजर मुझसे हटाना ना !!
काल की है नदी भारी , बहा जाती हूँ धारा में !!
पकड़ले हाथ अब मेरा , नाथ देरी लगाना ना !!
तेरा है नाम अविनाशी , जगत सारे में है पूरण !!
दासी हूँ चरण की तेरी , नैनन से कबहूँ छिपाना ना !!
नजर भर देखलो मुझको , शरण तेरी मैं आई हूँ !!
कर्म सब नीच है मेरे , तुम्हारा नाम है पावन !!
तार संसार सागर से , गहन जल में डुबाई हूँ !!
छुड़ा कर जन्म बंधन से , चरण में राखले अपने !!
सहारा दे मुझे अपना , करो नही नाथ अब देरी !!
नहीं है भोग की वांछा , न दिल मै मोक्ष पाने की !!
प्यास दर्शन की है मन मै , सफल कर आश को मेरी !!
शरण में आ पड़ी तेरी , प्रभु मुझको भूलाना ना !!
तेरे है नाम दुनिया में , पतित पावन सब भक्त जाने है !!
देख कर दोस को मेरे , नजर मुझसे हटाना ना !!
काल की है नदी भारी , बहा जाती हूँ धारा में !!
पकड़ले हाथ अब मेरा , नाथ देरी लगाना ना !!
तेरा है नाम अविनाशी , जगत सारे में है पूरण !!
दासी हूँ चरण की तेरी , नैनन से कबहूँ छिपाना ना !!
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