Monday, 1 September 2014

हे नाथ नारायण वासुदेव

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे, 
हे नाथ नारायण वासुदेव ।
तुम्ही हो माता पिता हमारे, 
हे नाथ नारायण वासुदेव ।
तुम्ही हो बन्धु सखा हमारे, 
हे नाथ नारायण वासुदेव ।
देहान्तकाले तुम सामने हो, 
हे नाथ नारायण वासुदेव ।
मुरली बजाते मन को लुभाते, 
हे नाथ नारायण वासुदेव ।
हे नाथ मै आपका स्मरण करते हुये कभी थकूॅ नही।मेरी जिह्वा निरन्तर आपका स्मरण करती रहे और मेरा हृदय सदैव आपके चरण कमल के दर्शन रूपी मकरन्द रस का पान करती रहे। प्रभु ! आपसे यही प्रार्थना है, कामना है । जय श्री कृष्णा।

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