हमारी नन्दनंदन सो यारी
ऐसो यार ना कोई जग में, ढुंढी दुनिया सारी
वृन्दावन में धेनु चरावत, कांधे कांवर कारी
ग्वाल बाल संग नाचत गावत, नख गोवर्धन धारी
गोपियन के संग रास रचावत, मुरली अधर धर प्यारी
यशोदा नंदन पायो सखा अब, छुटे अब ना यारी
ऐसो यार ना कोई जग में, ढुंढी दुनिया सारी
वृन्दावन में धेनु चरावत, कांधे कांवर कारी
ग्वाल बाल संग नाचत गावत, नख गोवर्धन धारी
गोपियन के संग रास रचावत, मुरली अधर धर प्यारी
यशोदा नंदन पायो सखा अब, छुटे अब ना यारी
No comments:
Post a Comment