Tuesday, 3 June 2014

आप बाहर से कितने भी सुंदर क्यो न हो

आप हदय व अन्तःकरण से कितने भी अच्छे हो किन्तु लोग पहले आपका पहनावा व बाहरी सुंदरता देखते है। पर आप बाहर से कितने भी सुंदर क्यो न हो , भगवान हमेशा आपके भीतरी गुण स्वभाव आदि की सुंदरता व निर्मलता को ही देखते है। यही वो बात है जिसके कारण भगवान श्री राम ने कुरूप दिखने वाली बूढ़ी शबरी को भी "सुंदरी" कहा और कल्याण कर दिया। किन्तु बाहर से बहुत सुंदर बनकर आई सुपर्ङ्खा को नकार दिया । इसलिए भीतर से निष्कपट बनो, निश्चल बनो, सरल स्वभाव के बनो । मानवीय गुणो को धारण करो ... तब कहना नहीं पड़ेगा, भगवान स्वयं साथ रहेंगे। 

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