मिथुन राशि वायु तत्व की राशि है।यह राशि चंचल प्रकृति वाली मानी जाती है। इसमें उत्सुकता, प्रश्नेच्छा एवं भ्रमणशीलता का आधिपत्य पाया जाता है। स्वामी ग्रह बुध होता है। इस राशि के जातक बेहद समझदार होते हैं। अपने ही विचारों में अपने ही कारणों से उलझने का कारण पैदा होता है। मिथुन राशि पश्चिम दिशा की द्योतक है. स्वभाव - जरा सी गर्मी-सर्दी में ऊपर नीचे होने वाला है।
ये विषय में आसक्त होते हैं. अक्सर 30 साल की उम्र के बाद इस राशि वालों का भाग्योदय होता है. बेईमानी से धन कमाना इन्हें रास नहीं आता. जातकों में दूसरे की मन की बातें पढऩे, दूरदृष्टि, बहुमुखी प्रतिभा, अधिक चतुरायी से कार्य करने की क्षमता होती है। जातक को बुद्धि वाले कामों में ही सफलता मिलती है। अपने आप पैदा होने बाली मति और वाणी की चतुरता से इस राशि के लोग कुशल कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ भी बन जाते हैं, हर कार्य में जिज्ञासा और खोजी दिमाग होने के कारण इस राशि के लोग अन्वेषण में भी सफलता लेते रहते हैं और पत्रकार, लेखक, मीडियाकर्मी, भाषाओं की जानकारी, योजनाकार भी बन सकते हैं।
कठिन से कठिन विषय को भी ये आसानी से समझ लेते हैं। अपनी बातों से आसानी से अपना काम ये निकलवा लेते हैं। इनकी वाणी अत्यंत प्रभावशाली होती है। मजाकिया स्वभाव के हैं, हमेशा खुश रहना एवं दूसरों को खुश रखना, वातावरण को खुशनुमा बनाये रखना आपके स्वभाव का विशेष गुण है। आपकी सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता अद्भूत होती है। आप स्वयं को किसी भी माहौल में ढाल लेते हैं। हर उम्र के व्यक्ति के साथ रचनात्मक रूप से आप समय व्यतीत करते हैं, आपको कहीं कोई परेशानी नहीं होती है। आप मानसिक कार्य अच्छे से करते हैं। द्विस्वभाव राशि होने से आपके स्वभाव में स्थिरता व चलायमान व्यवहार का सुन्दर समन्वय होता है। वायु की भांति हर जगह विद्यमान रहना व एक जगह ना टिककर बैठने की आपकी प्रवृत्ति होती है। मिथुन राशि के जातक बुद्धिमान होते हैं इसलिए हर क्षेत्र का ज्ञान इन्हें होता है, अलग-अलग क्षेत्रों में ये प्रसिद्धि पाते हैं। मिथुन राशि के जातक अकेले नहीं रह पाते हैं, इन्हें एक दोस्त की कमी हमेशा महसूस होती है। एक बालक की ही भाँति हर चीज को सीखने एवं पाने की ललक आप में होती है। हर व्यक्ति का ध्यान आपकी ओर रहे यही आपकी इच्छा होती है।
मिथुन राशि के लोग हस्त-लाघव से युक्त, चंचल स्वभाव तथा कलात्मक रुचि वाले होते हैं। उनकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर होता है। इनका चरित्र हाथी दांत के समान होता है। दिखलाने के और खाने के और। इस प्रकार से इस राशि के व्यक्ति दुहरा जीवन-यापन करते हैं। इसी कारण अन्य लोग इनको समझ नहीं पाते हैं। मिथुन राशि प्रत्यक्ष अनुभव को ही प्रमाण मानती है।
ऐसे लोग प्रायः दूसरों को उपदेश और उत्साह देने लगते हैं, जिसके कारण उन्हें स्वयं उपहास का पात्र बनना पड़ता है। वे जिन विषयों को नहीं भी जानते, उन पर भी उचित रूप से बोला करते हैं। वह विश्वास, आदर तथा प्रसिद्धि पाना चाहते हैं, पर उन्हें इच्छित मात्रा में नहीं मिल पाता है। इसकी वह सदा दूसरों से शिकायत करते रहते हैं। इन्हे रुढ़िवादिता को तोड़ना अच्छा लगता है |
मिथुन राशि की स्त्रियाँ सपनों में जीती हैं। जीवनसाथी के प्रति अपेक्षाएँ बढ़ी-चढ़ी होती हैं।
ये विषय में आसक्त होते हैं. अक्सर 30 साल की उम्र के बाद इस राशि वालों का भाग्योदय होता है. बेईमानी से धन कमाना इन्हें रास नहीं आता. जातकों में दूसरे की मन की बातें पढऩे, दूरदृष्टि, बहुमुखी प्रतिभा, अधिक चतुरायी से कार्य करने की क्षमता होती है। जातक को बुद्धि वाले कामों में ही सफलता मिलती है। अपने आप पैदा होने बाली मति और वाणी की चतुरता से इस राशि के लोग कुशल कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ भी बन जाते हैं, हर कार्य में जिज्ञासा और खोजी दिमाग होने के कारण इस राशि के लोग अन्वेषण में भी सफलता लेते रहते हैं और पत्रकार, लेखक, मीडियाकर्मी, भाषाओं की जानकारी, योजनाकार भी बन सकते हैं।
कठिन से कठिन विषय को भी ये आसानी से समझ लेते हैं। अपनी बातों से आसानी से अपना काम ये निकलवा लेते हैं। इनकी वाणी अत्यंत प्रभावशाली होती है। मजाकिया स्वभाव के हैं, हमेशा खुश रहना एवं दूसरों को खुश रखना, वातावरण को खुशनुमा बनाये रखना आपके स्वभाव का विशेष गुण है। आपकी सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता अद्भूत होती है। आप स्वयं को किसी भी माहौल में ढाल लेते हैं। हर उम्र के व्यक्ति के साथ रचनात्मक रूप से आप समय व्यतीत करते हैं, आपको कहीं कोई परेशानी नहीं होती है। आप मानसिक कार्य अच्छे से करते हैं। द्विस्वभाव राशि होने से आपके स्वभाव में स्थिरता व चलायमान व्यवहार का सुन्दर समन्वय होता है। वायु की भांति हर जगह विद्यमान रहना व एक जगह ना टिककर बैठने की आपकी प्रवृत्ति होती है। मिथुन राशि के जातक बुद्धिमान होते हैं इसलिए हर क्षेत्र का ज्ञान इन्हें होता है, अलग-अलग क्षेत्रों में ये प्रसिद्धि पाते हैं। मिथुन राशि के जातक अकेले नहीं रह पाते हैं, इन्हें एक दोस्त की कमी हमेशा महसूस होती है। एक बालक की ही भाँति हर चीज को सीखने एवं पाने की ललक आप में होती है। हर व्यक्ति का ध्यान आपकी ओर रहे यही आपकी इच्छा होती है।
मिथुन राशि के लोग हस्त-लाघव से युक्त, चंचल स्वभाव तथा कलात्मक रुचि वाले होते हैं। उनकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर होता है। इनका चरित्र हाथी दांत के समान होता है। दिखलाने के और खाने के और। इस प्रकार से इस राशि के व्यक्ति दुहरा जीवन-यापन करते हैं। इसी कारण अन्य लोग इनको समझ नहीं पाते हैं। मिथुन राशि प्रत्यक्ष अनुभव को ही प्रमाण मानती है।
ऐसे लोग प्रायः दूसरों को उपदेश और उत्साह देने लगते हैं, जिसके कारण उन्हें स्वयं उपहास का पात्र बनना पड़ता है। वे जिन विषयों को नहीं भी जानते, उन पर भी उचित रूप से बोला करते हैं। वह विश्वास, आदर तथा प्रसिद्धि पाना चाहते हैं, पर उन्हें इच्छित मात्रा में नहीं मिल पाता है। इसकी वह सदा दूसरों से शिकायत करते रहते हैं। इन्हे रुढ़िवादिता को तोड़ना अच्छा लगता है |
मिथुन राशि की स्त्रियाँ सपनों में जीती हैं। जीवनसाथी के प्रति अपेक्षाएँ बढ़ी-चढ़ी होती हैं।
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