Wednesday, 9 April 2014

कोई विरला ही इस भाव को समझेगा

शूरवीर व्यक्ति तो सौमें से खोजने पर एक प्राप्त हो जाता है, हजार में ढूढने पर एक विद्वान व्यक्ति भी मिल जाता है, इसी प्रकार एक लाख में सभापर नियंत्रण करनेवाला कोई वक्ता भी हो सकता है, किन्तु असली दाता खोजने पर भी मिल जाय यह निश्चयपूर्वक नहीं कहा जा सकता, अथात दानी व्यक्ति संसार में सबसे अधिक दुर्लभ है! शूरवीर वही है जो वास्तव में इन्द्रियों पर विजय प्राप्त करता है, युद्ध में विजय प्राप्त करनेवाला असली शूरवीर नहीं है! मात्र शास्त्रों का अध्ययन करनेवाला ज्ञानी नहीं है, बल्कि तदनुकूल धर्माचरण करनेवाला ही सच्चा ज्ञानी है! 
अरबों में से एक साधु ढूँढ़ पाना बहुत ही मुश्किल है ,,गुरमुख तो बहुत मिल जायेंगे, परन्तु अंतर मुख का मिलना बहुत ही मुश्किल है,,,, आम तोर पर लोग सहज की बात करते  हैं लेकिन सहज होना बहुत मुश्किल है,,, इस भोतिक संसार मैं सहज से जीवन जीना अग्नि प्रीक्षा देने जेसा है
कोई विरला ही इस भाव को समझेगा 

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