Wednesday, 9 April 2014

श्रीकृष्ण के प्रेम का रँग बड़ा पक्का होता है

श्रीकृष्ण के प्रेम का रँग बड़ा पक्का होता है जो एक बार लग जाये तो फिर जन्मों-जन्मों तक नहीं छूटता और जीव कृतार्थ हो जाता है .... एक बार प्रभु-प्रेम का स्वाद चखने पर जगत के दूसरे सभी स्वाद फीके लगने लगते हैं :~~

ईख की शक्कर का स्वाद छोड़कर "कड़वा-नीम" न घोलो !!
'राधा-कृष्ण' को छोड़कर दूसरा कुछ भी न सोचो न बोलो !!

छोड़ो झमेला दुनिया का "राधा-कृष्ण राधा-कृष्ण" बोलो !!
एक वही है रखवाला इस-जग में सब साथ उसीके हो लो !!

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