Monday 30 March 2015

भोर भई दिन चढ गया मेरी अँबे

भोर भई दिन चढ गया मेरी अँबे
भोर भई दिन चढ गया मेरी अँबे - २

हो रही जयजयकार मन्दर विच, आरती जय माँ

हे दरबाराँ वाली, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

काहे की मय्या तेरी आरती बनाऊँ
काहे की पाँवाँ विच बाती मन्दर विच

आरती जय माँ

सूहे चोलेयाँवाली, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

सर्व सोने दी तेरी आरती बनावाँ - २
अगर कपूर पाँवाँ, बाती मन्दर विच

आरती जय माँ

हे माँ पिंडी वाली, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

कौन सुहागन दीवा बालेया मेरी मय्या - २
कौन जागेगा सारी रात, मन्दर विच

आरती जय माँ,

सच्चियाँ जोताँ वाली, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

सर्व सुहागन दीवा बालेया मेरी मय्या - २
जोत जागेगी सारी रात, मन्दर विचा

आरती जय माँ

हे माँ त्रिघ्टा रानी, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

जुग जुग जीवे तेरा जमुए द राजा - २
जिस तेरा भवन बनाया, मन्दर विच

हे मेरी अँबे रानी, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

सिमर चरण तेरा ध्यानू यश गावे
जो ध्यावे, सोइओ फल पावे

रख बाणे दी लाज मन्दर विच
आरती जय माँ

सोणे मन्दराँ वाली, आरती जय माँ
भोर भई दिन चढ गया मेरी अँबे - २

हो रही जयजयकार मन्दर विच, आरती जय माँ

हे दरबाराँ वाली, आरती जय माँ
हे पहाडाँ वाली, आरती जय माँ

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