Thursday 13 November 2014

अपने बहुत से रुके हुए कार्य करवा सकते है

                  लौन्कडिया वीर 
ये वीर रावण की एक सेना का सेनापति था इसने समस्त शक्तिया माँ दुर्गा को प्रसन्न करके पायी थी इसीलिए माँ दुर्गा के वरदान से तंत्र शास्त्र में इसकी बड़ा ही महत्त्व ह
इस साधना के दम पर आप अपने शत्रुओं को परास्त कर सकते है और अपने बहुत से रुके हुए कार्य करवा सकते है ! यह साधना बहुत उग्र है इसलिए गुरु आज्ञा से ही करे ! साधना के दौरान कुछ आवाजें सुनाई देगी पर कुछ दिनों के बाद सब शांत हो जायेगा !
।। मन्त्र ।।
लौन्कडिया वीर भागे भागे आओ
दौड़े दौड़े आओ, जैसे दुर्गा द्वारे कूदे
वैसे मेरे द्वारे कूदो
रावण जी के सेनापति पाताल के राजा
देखा लौन्कडिया वीर तेरी हजारी का तमाशा!
।। साधना विधि ।।
इस साधना को आप किसी भी दिन से शुरू कर सकते है !
आसन पर बैठकर आसन जाप पढ़े और शरीर कीलन कर रक्षा घेरा बनाये !
एक तेल का दीपक जलाएं और गुरुदेव से आज्ञा लेकर गुरुमंत्र जपे और गणेश जी का पूजन करे , फिर इस मन्त्र का 15 माला जाप करे !
यह क्रिया आपको 41 दिन करनी है ! हररोज दूध में जलेबी उबालकर पूजा के समय पास रखले और बाद में उजाड़ स्थान पर रख आये !
अंतिम दिन किसी ११ साल के लड़के को एक गुली डंडा और दक्षिणा दे!
।। प्रयोग विधि ।।
लौन्कडिया वीर से जब भी कोई काम करवाना हो तो जलेबी को दूध में उबालकर भोग तैयार करले और एक माला मन्त्र की जपकर कार्य बोल दे और सामग्री उजाड़ स्थान में रखदे ! आपका कार्य सिद्ध हो जायेगा ! 

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