Monday 28 July 2014

मेरे दिल के नाज़ुक धड़कनो को 
तुमने धड़कना सिखा दिया.....
जब से मिला हैं प्यार तेरा !
ग़म में भी मुस्कुराना सिखा दिया ---
किस कदर मुझको सताते हो तुम 
भूल जाने पे भी याद आते हो तुम..
जब भी खुदा से कुछ मांगता हूँ 
मेरे दिल की दुवा बन जाते हो तुम ---
जिंदगी बन के तेरे जान से गुजर जाऊँगा 
ऐसे न सता मैं तेरे दिल में उतर जाऊँगा 
मैं तो तेरे प्यार का एक हार हूँ.....
एक मोती भी टुटा तो बिखर जाऊँगा ---
अपनी साँसों में महकता पाया हैं आपको 
हर ख्वाब में हमने बुलाया हैं आपको 
क्यों न करे हम याद आपको....
जब रब ने हमारे लिए बनाया हैं आपको ---
चाहे प्यार कितनो भी दूर रहे
प्यार के सिलसिले कभी न कम होंगे 
जब भी लगे तुम तकलीफ में हो 
पलट कर देखना तेरे पीछे हम होंगे ---

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