रोज विचार करो कि आज प्रभु को प्रिय लगने वाला काम किया या नही ।।2 अपने विचार दुसरोँ पर मत लादो ।।3 क्रोध आये तो मुहँ बन्द रखो ।। 4 शिकायती राम मत बनोँ ।।5 जीवन सीधा साधा सरल हो ।। 6 छोटी छोटी बात के लिये किसी से बिगङा मत करो ।। 7 उदास ना हो निराश ना हो ।।8 सुख और सम्रद्धि मेँ विवेक सोता है दुःख मेँ विवेक जागता है ।। 9 अपनी सँगत अच्छी रखो ।10 जीवन मेँ सच्चा चरित्र हो ।। 11 उत्साह बनाये रखे
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