Wednesday 28 May 2014

जिस सूक्ष्म लोक को आज विज्ञान में

छाया पुरुष: हुकुम करो मेरे आका
यंत्र, तंत्र एवं मंत्र की गुप्त साधनाओं में छाया पुरुष के रूप में किसी शक्तिशाली अदृश्य सत्ता का उल्लेख मिलता है। हिमालय से लगे हुए तिब्बत देश की लामा जातियों में भी ऐसे ही किसी अज्ञात किंतु अति समर्थ सत्ता के प्रमाण मिलते हैं। आज भी तिब्बत के हिमालयी क्षेत्र में ऐसे लामा साधक मौजूद हैं। जिन्होंने छाया पुरुष को वश में कर रखा है। इस बात के अत्यंत विश्वसनीय, प्रामाणिक एवं प्रत्यक्ष आंखों देखे प्रमाण पर्यटकों से भी प्राप्त हुए हैं। इतना ही नहीं इस विज्ञान का विस्तार हमें अरब देशों तक देखने को मिलता है। गुप्त साधना विज्ञान से छाया पुरुष जैसी किसी शक्ति को प्रकट करना एवं किसी जादुई चिराग में कैद कर गुलाम बना लेने के किस्से अरब भाषा की दुर्लभ एवं प्रामाणिक पुस्तकों में मिलते हैं।

छाया पुरुष अति प्राचीन काल की भारत में जन्मी गुप्त विद्या की खोज का परिणाम है। इस तरह के विवरण हमें अर्थववेद में भी प्राप्त होते हैं। भगवान शिव का क्रोधित होने पर अपनी जटा में से बाल उखाड़कर अति भयानक एवं प्रचंड रुद्र, भैरव, भैरवी प्रकट करना भी इसी विज्ञान का एक उदाहरण है। जिस सूक्ष्म लोक को आज विज्ञान में 'प्रतिविश्व' कहा जा रहा है उसकी रहवासी अदृश्य आत्माओं को किसी गुप्त साधना एवं विद्या से अपनी दुनिया में ले आना एवं छाया पुरुष के रूप में अपना सेवक बना लेना बड़ा ही रोचक एवं विलक्षण कार्य है।

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