Saturday 31 May 2014

छोटी सी है जिन्दगी, हर बात में खुश रहता हूँ।
पास नहीं जो चेहरे, उनकी यादों में खुश रहता हूँ॥

मिला जो भी, उसे ईश प्रसाद मान के खुश रहता हूँ।
जो मिला नहीं, उसे प्रभु कृपा समझ के खुश रहता हूँ॥

कोई रूठा है तो, उसके इस अंदाज पर खुश रहता हूँ।
सदा हर गुजरे लम्हों से, सीख लेकर खुश रहता हूँ॥

छोड़ के कल की चिन्ता, इस आज में खुश रहता हूँ।
कोई साथ नहीं देता सदा, अपने आप में खुश रहता हूँ॥

आशा खुशियों की त्याग, सबकी मुस्कान में खुश रहता हूँ। 
जीवन है एक बुलबुला, इसलिए हर हाल में खुश रहता हूँ॥

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