Saturday 31 May 2014

यह नितांत सत्य है

यह नितांत सत्य है, मनुष्य शरीर पांच तत्वोंसे बना है और उन पांचो तत्वोंके अलग अलग धर्म और गुण है ! इन पांचो तत्वोंके गुणों का वर्णन इस प्रकार है !

१. मिट्टी...इसका तत्व नाक है ! उसको घ्राण कहते है ! सुगंध और दुर्गन्धका ज्ञान उसीसे होता है !
२.जल ...इसका तत्व रसना है ! स्वाद उसीसे लिया जाता है ! जलके प्रभावसे शरीर सदा खुश रहता है ! खारा, मीठा,कडवा, स्वाद उसीसे मालूम होते है !
३. अग्नि...इसका तत्व आँख है ! उसे दृष्टि कहते है ! इसमें प्रकाश भरा हुआ है !
४. वायु...इसका तत्व शरीर है ! जिसको त्वक कहते है ! सर्दी,गर्मी,कठोरता,कोमलता का ज्ञान उसीसे होता है !
५.आकाश...इसका तत्व कान है ! इसे श्रोत कहते है ! अच्छे बुरे शब्द इसी श्रोत इन्द्रियसे ही जाने जाते है ! ये ही कान है ! अगर कान न हो तो मनुष्य जड है !

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